उत्तर प्रदेश के पश्चिमी जिले संभल में 24 नवंबर को हुई हिंसा के बाद अब स्थिति फिलहाल सामान्य जरूर बताई जा रही है लेकिन वहां लगातार हो रही पुलिसिया कार्रवाई से माहौल काफी गर्म है.
बीते सोमवार यानि 9 नवंबर को भी संभल पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया है. सोमवार को संभल लोकसभा सीट से सांसद जिया उर रहमान बर्क के घर के आसपास पुलिस ने करीब 13 घरों में दबिश दी. इस दौरान पुलिस ने दावा किया कि कई घरों से 315 बोर के कट्टे और एक घर से स्मैक की 93 पुड़िया बरामद की. इसके अलावा पुलिस लगातार शहर में छापेमारी कर कथित हिंसा में शामिल युवाओं को उठा रही है.
इस बीच न्यूज़लॉन्ड्री ने संभल के सांसद जिया उर रहमान बर्क से बातचीत की. हमने उनसे तमाम सवाल किए.
संभल की जामा मस्जिद के सर्वे में शामिल होने के सवाल पर वे कहते हैं, "मैं पहले यानि 19 नवंबर को हुए सर्वे में शामिल हुआ था और कोर्ट के आदेश पर हमने सुकून के साथ सर्वे कराया. जबकि पुलिस प्रशासन का रवैया उस दिन ठीक नहीं था. हालांकि, दोनों ही सर्वे ठीक समय पर नहीं हुए. पहला सर्वे शाम के वक्त यानि शाम पांच बजे के बाद हुआ और दूसरा सर्वे सुबह-सवेरे यानी 10 बजे से पहले ही करना शुरू कर दिया. वहां कोई भी माहौल खराब नहीं करना चाहता था लेकिन साजिश के तहत वहां माहौल खराब किया गया."
आप सर्वे में शामिल हुए थे, क्या पहले दिन ही सर्वे कंपलीट हो गया था या कुछ बाकी था? इस सवाल पर वे कहते हैं, "उसी दिन सर्वे कंपलीट हो गया था और मैंने खुद ने पूछा था और इस बात के डीएम-एसपी गवाह हैं लेकिन वो अगर अपनी बात से मुकर जाएं तो मैं नहीं कह सकता हूं. मैंने पूछा था कि क्या सर्वे कंपलीट हो गया है तो सर्वे टीम ने कहा कि अब सर्वे कंपलीट हो गया है, अब हमें सिर्फ इसकी रिपोर्ट देनी है. मैंने इस दौरान डीएम एसपी की मौजूदगी में यह भी कहा कि अगर कुछ रह गया है तो अभी कर लीजिएगा ऐसा न हो कि कल फिर आप कहें कि कुछ रह गया है. इस पर अधिकारियों ने कहा कि सर्वे मुकम्मल हो गया है, अब हम सिर्फ रिपोर्ट जमा करेंगे. अब ये सवाल है कि जब पहला सर्वे कंपलीट हो गया था तो फिर ये दूसरा सर्वे क्यों करवाया गया."
बर्क आगे कहते हैं कि उन्हें दूसरे सर्वे की भी कोई जानकारी नहीं थी और जब ये सारा घटनाक्रम हुआ तो वह बैंगलोर में थे.
इसके अलावा सड़क हादसे में उन पर बैठाई गई जांच, संभल से पाकिस्तान और अमेरिका निर्मित कारतूस मिलने, एफआईआर में नाम आने और हिंसा भड़काने जैसे आरोपों पर भी उन्होंने खुलकर बात की.
देखिए पूरा इंटरव्यू-
Newslaundry is a reader-supported, ad-free, independent news outlet based out of New Delhi. Support their journalism, here.