हिंदी के सभी प्रमुख अखबारों ने आज अयोध्या के राम मंदिर में हुए राम लला प्राण प्रतिष्ठा समारोह को सुर्खी बनाया है. सभी अखबारों का पहला पन्ना रामलला विराजमान की तस्वीरों और प्राण प्रतिष्ठा समारोह से भरा हुआ है.
आइए आज के प्रमुख अखबारों की अन्य सुर्खियों पर भी एक नज़र डालते हैं. लेकिन उससे पहले अगर आप रोज़नामचा को अपने ई-मेल पर पाना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें.
हिंदुस्तान अख़बार रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह को पहली सुर्खी बनाया है. साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संबोधन को भी प्रमुखता दी है. ख़बर के मुताबिक, सोमवार को उन्होंने कहा कि 500 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद इस चिरप्रतीक्षित मौके पर अंतर्मन में भावनाएं कुछ ऐसी हैं कि उन्हें व्यक्त करने को शब्द नहीं मिल रहे हैं. आज वह समय आ गया है जिसकी प्रतीक्षा थी. उन्होंने यह भी कहा कि संतोष है कि मंदिर वहीं बना है. जहां बनाने का संकल्प लिया था.
दिव्य मंदिर में आज से श्रद्धालुओं के दर्शन किए जा सकने को भी अख़बार ने प्रमुखता दी है. ख़बर के मुतबिक, अयोध्या में नए मंदिर में दर्शन की अभिलाषा आज से पूरी हो सकेगी. प्राण प्रतिष्ठा के बाद मंगलवार को सभी लोगों के लिए मंदिर के कपाट खुल रहे हैं. मंगलवार को श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ेगा. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र कार्यालय के प्रभारी प्रकाश कुमार गुप्ता ने बताया कि रामलला के दर्शन की अवधि सुबह सात बजे से पूर्वाह्न साढ़े 11 बजे तक एवं दूसरी पाली में अपराह्न 2 बजे से सायं सात बजे तक निर्धारित है. भीड़ के अनुसार दर्शन अवधि बढ़ाने पर मंथन किया जा रहा है.
इसके अलावा जनवरी में सौ फीसदी सूखी दिल्ली, असम में राहुल गांधी को मंदिर जाने से रोकने पर नोकझोंक, दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के तेज झटके और रक्षा बजट साढ़े छह लाख करोड़ के होगा पार आदि ख़बरों को भी अख़बार ने प्रमुखता दी है.
दैनिक भास्कर अखबार ने राम लला प्राण प्रतिष्ठा समारोह को पहली सुर्खी बनाया है. इसके अलावा अखबार ने आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना का प्रीमियम दोगुना होने लेकिन केंद्र के राशि नहीं बढ़ाने से राज्यों पर बोझ बढ़ने को भी प्राथमिकता दी है, ख़बर के मुताबिक, पांच लाख रुपये तक की गारंटी वाली योजना की राशि पांच लाख से बढ़ाकर 10 लाख रुपए करने के प्रस्ताव पर काम चल रहा है. लेकिन राज्य सरकारें केंद्र की सही हिस्सेदारी नहीं मिलने से परेशान हैं. कुछ राज्य सरकारों ने केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखी है. इसमें कहा गया है कि आयुष्मान भारत योजना के तहत खर्च होने वाली राशि का 60 फीसदी हिस्सा भारत सरकार वहन करे.
तमिलनाडु में रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर पूजा अर्चना और लाइव प्रसारण की अनुमति न देने पर सुप्रीम द्वारा राज्य सरकार को नोटिस जारी किए जाने को भी अख़बार ने प्रमुखता दी है. ख़बर के मुताबिक, कोर्ट ने सोमवार को कहा कि पूजा अर्चना और लाइव प्रसारण की अनुमति केवल इसलिए खारिज नहीं की जा सकती क्योंकि पड़ोस में अन्य समुदाय के लोग भी रहते हैं. साथ ही प्रशासन को निर्देश दिया कि वे कानून के अनुसार काम करेंगे किसी मौखिक आदेश के अनुसार नहीं.
इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट अब फरवरी में सुनेगा महिला आरक्षण से जुड़ी याचिका, उद्धव ठाकरे गुट की याचिका पर शिंदे गुट को नोटिस, दिल्ली हाईकोर्ट ने पीएम केयर्स फंड की जानकारी साझा करने का सीआईसी का आदेश निरस्त किया आदि ख़बरों को भी अख़बार ने प्रमुखता दी है.
अमर उजाला अख़बार ने रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अलावा सुप्रीम कोर्ट द्वारा तमिलनाडु में मंदिरों में पूजा अर्चना पर रोक के मौखिक आदेशों पर आपत्ति जताने को पहली सुर्खी बनाया है. ख़बर के मुताबिक, कोर्ट ने सोमवार को तमिलनाडु सरकार की ओर से जारी कथित मौखिक आदेश पर आपत्ति जताई. जिसमें अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के सीधे प्रसारण व राज्य में मंदिरों में पूजा भजन पर प्रतिबंध लगा दिया था. जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता की पीठ ने कहा, राज्य के अधिकारी इस आधार पर पूजा और समारोह के आवेदन को खारिज नहीं कर सकते कि आसपास के इलाकों में अल्पसंख्यक रह रहे हैं.
मंदिर जाने से रोकने पर राहुल गांधी द्वारा प्रशासन पर आरोप लगाए जाने को भी अख़बार ने प्रमुखता दी है. खबर के मुताबिक, कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में जारी भारत जोड़ो न्याय यात्रा असम में लगातार विवादों में है. यात्रा के नौवें दिन सोमवार को उनका नगांव के बटद्रवा स्थित श्री श्री शंकर देव मंदिर जाने का कार्यक्रम था. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन ने उन्हें करीब 17 किमी पहले ही हैबरगांव में रोक लिया. वैष्णव संत की जन्मस्थली पर जाने से रोकने से नाराज राहुल कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठ गए. हालांकि, बाद में उन्हें अनुमति मिल गई. वह अपनी जगह सांसद गौरव गोगोई और विधायक शिवमणि बोरा को भेजकर आगे बढ़ गए.
इसके अलावा उद्धव गुट की याचिका पर शिंदे को नोटिस, सोनी का जी 10 अरब डॉलर का विलय करार खत्म और दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके आदि ख़बरों को अख़बार ने प्रमुखता दी है.
जनसत्ता अख़बार ने अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन को पहली सुर्खी बनाया है. ख़बर के मुताबिक, उन्होंने सोमवार को अयोध्या में भव्य राममंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा को एक नए युग के आगमन का प्रतीक करार दिया और लोगों से मंदिर निर्माण से आगे बढ़कर अगले 1000 वर्षों के मजबूत भव्य और दिव्य भारत की नींव रखने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि यह राम का परम आशीर्वाद है कि हम इसके साक्षी बन रहे हैं. लंबी प्रतीक्षा, धैर्य और सदियों के बलिदान के बाद हमारे राम आज आए हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सूर्योदय योजना का ऐलान किए जाने को भी अख़बार ने प्रमुखता दी है. ख़बर के मुताबिक, अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होकर दिल्ली लौटने के बाद उन्होंने यह ऐलान किया. उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि सूर्यवंशी भगवान श्रीराम के आलोक से विश्व के सभी भक्तगण सदैव ऊर्जा प्राप्त करते हैं. आज अयोध्या में शुभ अवसर पर मेरा ये संकल्प और प्रशस्त हुआ कि भारतवासियों के घरों की छतों पर उनका अपना सोलर पैनल हो. उन्होंने इस संबंध में बैठक की अध्यक्षता भी की. उन्होंने इसकी तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर साझा की हैं.
इसके अलावा असम में राहुल गांधी को शंकर देव मंदिर जाने से रोका गया तो वे धरने पर बैठे, दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में कोहरा कम हुआ लेकिन कड़ाके की ठंड जारी और नासा के अंतरिक्ष यान ने चंद्रमा की सतह पर विक्रम लैंडर का पता लगाया आदि ख़बरों को भी अख़बार ने पहले पन्ने पर जगह दी है.
दैनिक जागरण अख़बार ने अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन को भी प्रमुखता से प्रकाशित किया है. ख़बर के मुताबिक, उन्होंने इस अविस्मरणीय सुयोग का उपयोग राष्ट्र प्रबोधन के लिए किया. राम से प्रेरणा लेते हुए उन्होंने अपने मनोभावों को समर्थ, सक्षम, भव्य और दिव्य भारत के प्रति समर्पण के रूप में अभिव्यक्त किया. यह कहते हुए कि भारत के सामाजिक भाव की पवित्रता से अनभिज्ञ कुछ लोग कहते थे कि राम मंदिर बना तो आग लग जाएगी. उन्होंने कहा राम आग नहीं ऊर्जा हैं. राम विवाद नहीं समाधान हैं.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अयोध्या में संबोधन को भी अख़बार ने प्रमुखता दी है. ख़बर के मुताबिक, उन्होंने इसे लोक आस्था और जनविश्वास की विजय बताया. कहा कि प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान भारत के गौरव की पुनर्प्रतिष्ठा और सांस्कृतिक पुनर्जागरण का आध्यात्मिक अनुष्ठान है. हर मार्ग इस धाम की और आ रहे हैं. पूरी दुनिया अयोध्या का त्रेतायुगीन वैभव निहारने के आतुर हैं.
इसके अलावा देशभर में मंदिरों में गूंजे घंटा घड़ियाल उमड़ी श्रद्धा की बयार, एक करोड़ घरों में लगेगा सोलर रूफटाप सिस्टम और प्राण प्रतिष्ठा पर केरल के मुख्यमंत्री ने उठाए सवाल आदि ख़बरों को भी अख़बार ने प्रमुखता दी है.
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