शम्भू बॉर्डर से रिपोर्टिंग करते हुए आज तक के रिपोर्टर सतेंदर चौहान घायल हो गए हैं. उन्होंने लाइव के दौरान कहा कि उन्हें 'गोली' लग गई है. हालांकि, इंडिया टुडे के सूत्रों ने कहा कि जो उन्हें लगा था, वो एक आंसू गैस के गोले का चिथड़ा था और चौहान सुरक्षित हैं.
गौरतलब है कि हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले उस वक़्त दाग़े थे जब प्रदर्शनकारियों ने पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स को हटाने की कोशिश की थी. मालूम हो कि भारी सुरक्षा प्रबंधनों के बीच किसान संगठन दिल्ली की ओर कूच कर रहे हैं. इस दौरान कई प्रदर्शनकारियों को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है.
इसी सिलसिले में सोमवार को शम्भू बॉर्डर से रिपोर्टिंग करते हुए सतेंदर पुलिस की तैयारियों का हाल बयां कर रहे थे, तभी पुलिस द्वारा किसानों की ओर की गई फायरिंग में वे चोटिल हो गए.
'गोली' लगने के कुछ सेकंड पहले ही चौहान कह रहे थे, "यहां हालात बेहद ख़राब हो गए हैं और गोलियां चलाईं जा रहीं हैं." चोट लगते ही वे कहने लगे, "लग गई मेरे... मुझे गोली लग गई. नेहा, मुझे गोली लग गई."
ये ख़बर सोशल मीडिया पर आग की तरह फ़ैली. कुछ लोग लिख रहे थे कि उन्हें गोली लगी है तो वहीं कुछ का ये मानना था की गोली रबर की थी.
चौहान को एंकर ने लाइव टीवी पर कहा कि, "अपना चेहरा कपड़े से ढक लो." इसके बाद वे अपने चेहरे को कपड़े से ढककर, सिर पर हेलमेट पहने कुछ देर तक रिपोर्टिंग करते रहे.
कुछ घंटों बाद इंडिया टुडे ने जानकारी देते हुए बताया, "चौहान अब ठीक हैं. स्थानीय अस्पताल में उनका प्राथमिक उपचार किया गया है."
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